“ सफलता का कोई रहस्य नही
केवल व् अत्यधिक परिश्रम चाहती है”
TOTAL COST OF PROJECTS 125 CR.
PROJECT PROFILE
OF
AWAZ JANADESH MEDIA PRIVATE LIMITED
For
DAILY OR WEEKLY NEWS PAPER & ONLINE NEWS CHANNEL
PROPOSED TO BE
Established
AT
JWALA DASS BHAWAN SANJULI
DISTT.SHIMLA -06
HIMACHAL PRDESH
“Projections have been compiled on the basis of information/ explanation furnished by the proprietor regarding Fixed Assets Requirement, Estimated Sales, Expenses, Profitability etc..”
Prepared By:
CA Vinod Kumar Sharma,
3rd floor, Amar Complex,
The Mall, Solan (H.P)
Ph.: 9736424006
Name of Unit : Awaz Janadesh Media Private Limited
Address : Jwala Dass Bhawan, Sanjauli
: Distt. Shimla-06, Himachal Pradesh.
Type of Activity : Daily new spaper ,Online News Channel and journalism, Training
: And Recruitment Certification Course,
: Printing Press, Newspaper etc.
Constitution Of Unit : Private Limited
Name of Proprietor : Mr. Rajesh Radhaik & Kalpana Devi
Status of the Concern : MSME Enterprise
New project/Modernization/
Expansion/ Diversification : New Project
Total Cost of Project : Rs 992.57 Lakhs
Mean of Finance : Bank Term Loan Rs. 793.18 Lacs
Cash Credit limit Rs. 100.13 Lacs
Promoter Contribution Rs. 99.26 Lacs
परिचय एवं पृष्ठभूमि
बदलते परिवेश और आधुनिकता की होड़ में आज मिडिया बेरोगारो के लिए बरदान साबित हो रहा है पत्रकारिता आज आजीविका के साथ जीवन के चित और चरित्र निर्माण का एक अच्छा माध्यम बनता जारहा है इस क्षेत्र से जुड़े बहुत से जननायक जंहा भारत की गरिमामय पदों पर आसीन हुए है वंही पत्रकारिता सामाजिक सरोकारों तथा सार्वजनिक हित से जुड़कर ही सार्थक बनती है। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुँचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाओं को समाज के सबसे निचले तबके तक ले जाने के दायित्व का निर्वाह ही सार्थक पत्रकारिता है।
पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा पाया (स्तम्भ) भी कहा जाता है। पत्रकारिता ने लोकतंत्र में यह महत्त्वपूर्ण स्थान अपने आप नहीं हासिल किया है बल्कि सामाजिक सरोकारों के प्रति पत्रकारिता के दायित्वों के महत्त्व को देखते हुए समाज ने ही दर्जा दिया है। कोई भी लोकतंत्र तभी सशक्त है जब पत्रकारिता सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी सार्थक भूमिका निभाती रहे। सार्थक पत्रकारिता का उद्देश्य ही यह होना चाहिए कि वह प्रशासन और समाज के बीच एक महत्त्वपूर्ण कड़ी की भूमिका अपनाये अगर इतिहास पर नजर डाले तो स्वतंत्रता के पूर्व पत्रकारिता का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता प्राप्ति का लक्ष्य था। स्वतंत्रता के लिए चले आंदोलन और स्वाधीनता संग्राम में पत्रकारिता ने अहम और सार्थक भूमिका निभाई। उस दौर में पत्रकारिता ने पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोने के साथ-साथ पूरे समाज को स्वाधीनता की प्राप्ति के लक्ष्य से जोड़े रखा।
संचार क्रांति तथा सूचना के आधिकार के अलावा आर्थिक उदारीकरण ने पत्रकारिता के चेहरे को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। इंटरनेट और सूचना के आधिकार (आर.टी.आई.) ने आज की पत्रकारिता को बहुआयामी और अनंत बना दिया है। आज कोई भी जानकारी पलक झपकते उपलब्ध की और कराई जा सकती है। मीडिया आज काभी सशक्त, स्वतंत्र और प्रभावकारी हो गया है। पत्रकारिता की पहुँच और आभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का व्यापक इस्तेमाल आमतौर पर सामाजिक सरोकारों और भलाई से ही जुड़ा है, किंतु कभी कभार इसका दुरपयोग भी होने लगा है।
विज्ञापनों से होनेवाली कमाई ने पत्रकारिता को काफी हद्द तक व्यावसायिक बना दिया है। कल तक मीडिया का लक्ष्य सामाजिक परिवर्तन का था ये देश के शिक्षित युवाओ की प्रतिभा में भी बरदान साबित हो रहा है |इसी उदेश्य की दूरगामी सोच को लेकर और लम्बे अध्यन के उपरांत हमने एक पूर्णएवं आधुनिक मिडिया कम्पनी स्थापित है जिसमे देश के उन प्रतिभावान युवाओं को मंच प्रदान कर उनके सपनों को साकार करने में हमारी भूमिका हो तथा समाज के लिए एक नई सोच के साथ साथ अपनी संस्कृति एवं परिवेश के संरक्षण के साथ बेरोजगार को आत्मनिर्भर कर उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित किया जा सके |