भारत रत्न, स्वर कोकिला स्व. लता मंगेशकर की स्मृति में भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला शिमला द्वारा लोक संगीत पर प्रतियोगिता का आयोजन बहु उद्देश्यीय सभागार, गेयटी थियेटर में करवाया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के सुप्रसिद्ध लोक गायक व लोक संगीत विशेषज्ञ डा०कृष्ण लाल सहगल ने शिरकत की। सहगल जी ने अपने संबोधन में युवा लोक गायकों से लोक गीतों की मौलिकता बनाएं रखने की अपील की तथा हिमाचल प्रदेश में लोकगीतों के अथाह भण्डार को यहां की लोक संस्कृति की अलग पहचान बताया जिससे युवाओं को जुड़े रह कर प्रदेश का गौरव बढ़ाने का भी आह्वान किया। उन्होंने बताया कि लोकगीतों में रंजना के लिए लय,ताल व स्वर का समावेश होना अति आवश्यक है। विभाग द्वारा लोक संगीत के संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यो की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
विशुद्ध लोक संगीत प्रतियोगिता में जिला शिमला के 50 से अधिक प्रतिभागियों ने वरिष्ठ व कनिष्ठ वर्ग मे भाग लिया ।विलयात्मक लोक संगीत प्रतियोगिता में दर्जन प्रतिभागियों ने भाग लिया। विशुद्ध लोक संगीत प्रतियोगिता में वरिष्ठ पुरुष वर्ग में कोटि के संदीप कुमार कनिष्ठ वर्ग में बलग के हार्दिक निहाल्टा ,वरिष्ठ महिला वर्ग में देहा बलसन से शीला वर्मा ने प्रथम स्थान हासिल किया । विलयात्मक लोक संगीत प्रतियोगिता में महिला वरिष्ठ वर्ग मे क्या कोटि से नेहा दीक्षित ,कनिष्ठ वर्ग में ब्योलिया शिमला की डोल्सी शर्मा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर ने वाले विजेता को 11 हजार रू. पुरस्कार राशि तथा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता लोक संगीत प्रतियोगिता के लिए चयन किया गया।
.विशुद्ध लोक संगीत प्रतियोगिता मे डा०आर०एस० शाडिल शांडिल ,किशन वर्मा, रमेश चन्द, तथा विलयात्मक लोक संगीत प्रतियोगिता डा० मदन झाल्टा, किशोर कुमार, जय प्रकाश शर्मा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। ।
इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी शिमला अनिल कुमार हारटा,डा०राजेश चौहान,डा० अभिलाषा, देव भूमि हिमाचल कला मंच शिमला के संचालक देवेन्द्र कुमार देव, आरती शर्मा, शिवम ठाकुर आदि भी उपस्थित रहे।