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48 कोस के 75 तीर्थों पर भी गीता महोत्सव को लेकर होंगे कार्यक्रम। अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, संत सम्मेलन, आनलाइन क्विज प्रतियोगिता, वैश्विक गीता पाठ, सांस्कृतिक कार्यक्रम का होगा भव्य आयोजन।शिल्प और सरस मेला रहेगा पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र। डीआईपीआर की प्रदर्शनी, हरियाणा पवेलियन भी आकर्षित करेंगे पर्यटकों को। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने गीता महोत्सव की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश।
कुरुक्षेत्र 29 सितंबर : उपायुक्त शांतनु शर्मा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 का आयोजन 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर के तट पर किया जाएगा। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक रहेंगे और 4 दिसंबर को दीपदान के साथ मुख्य कार्यक्रमों का समापन होगा। हालांकि सरस और शिल्प मेला 6 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस महोत्सव को लेकर 48 कोस के 75 तीर्थों पर भी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अहम पहलू यह है कि 19 नवंबर से पहले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रमों का आगाज गीता रन के साथ होगा। इस गीता रन में हजारों खिलाड़ी दौड़ लगाएंगे और आकर्षक इनाम प्रशासन की तरफ से प्रदान किए जाएंगे।
उपायुक्त शांतनु शर्मा गत्त देर सायं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कार्यालय के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 का आयोजन भव्य तरीके से किया जाएगा। इस महोत्सव में 19 नवंबर से लेकर 6 दिसंबर तक सरस और शिल्प मेले का आयोजन होगा। इस शिल्प मेले में देश और प्रदेश के शिल्पकार पहुंचेंगे। इन शिल्पकारों की सूची एनजेडसीसी और डीआरडीए की तरफ से तैयार की जा रही है ताकि अच्छे से अच्छे शिल्पकारों को महोत्सव में आमंत्रित किया जा सके। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक होंगे। इस समय अवधि के दौरान गीता पूजन, गीता यज्ञ, अंतर्राष्ट्रीय गीता सेमिनार, गीता पाठ, वैश्विक गीता पाठ, संत सम्मेलन, 48 कोस के 75 तीर्थों पर गीता महोत्सव को लेकर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग की तरफ से प्रदेश के विभिन्न विभागों की योजनाओं और विकास को लेकर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भव्य प्रदर्शनी का आयोजन पुरुषोत्तमपुरा बाग में किया जाएगा। इस प्रदर्शनी के साथ ही कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से 48 कोस के तीर्थों पर आधारित प्रदर्शनी, हरियाणा पैवेलियन का मंच भी सजाया जाएगा, इस हरियाणा पैवेलियन में हरियाणा की संस्कृति को सहजता से देखा जा सकेगा और इसके मंच पर हरियाणा के लोक कलाकार अपनी बेहतरीन प्रस्तुति देंगे। उन्होंने कहा कि इन तमाम कार्यक्रमों से पहले संभावित 13 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। इस गीता रन में जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की तरफ से हजारों खिलाड़ी भाग लेंगे। इसके साथ ही एनआईसी विभाग की तरफ से ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इस क्विज प्रतियोगिता में ऑनलाइन प्रणाली से देश-विदेश का कोई भी नागरिक भाग ले सकेगा। उपायुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव को लेकर ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर के साथ शहर की सफाई व्यवस्था पर पूरा फोकस रखना होगा। इसके लिए नगर परिषद और संबंधित विभाग अपनी तैयारियां पूरी करेंगे। इसके अलावा जन स्वास्थ्य विभाग सीवरेज, पीने के पानी, पुलिस प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था, लोक निर्माण विभाग शहर की सडक़ों को दुरुस्त करने, शिक्षा विभाग के अधिकारी वैश्विक गीता पाठ और अन्य कार्यक्रमों की तैयारियां करेगा। उन्होंने कहा कि सभी विभाग मिलकर इस महोत्सव को सफल और यादगार बनाने का प्रयास करेंगे। किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने गीता महोत्सव के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कनाडा, इंग्लैंड और मॉरिशस में मनाए गए गीता महोत्सव के ऐतिहासिक क्षणों को सबके समक्ष रखा। केडीबी के सीईओ चंद्रकांत कटारिया ने बैठक का संचालन करते हुए महोत्सव को लेकर गठित की गई कमेटियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस मौके पर एडीसी अखिल पिलानी, एसडीएम सुरेंद्र पाल, एसडीएम कपिल शर्मा, एसडीएम नसीब कुमार, डीएसपी सुभाष चंद्र, केडीबी सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरुला, उपेंद्र सिंघल, केसी रंगा, महेंद्र सिंगला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।