चौपाल से कांग्रेस टिकट की मजबूत दावेदार ने चेताया
आवाज जनादेश चौपाल / शिमला
चौपाल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस में पार्टी की तहजामीन से जुड़ी नेत्री रिपना कलसाइक ने पार्टी टिकट की मजबूत दावेदारी पेश की है ।इसके साथ ही उनके तेवर तलक होते भी नजर आ रहे है।
उन्होंने कुछ कांग्रेसी नेताओं और दिग्गजों पर आरोप भी लगाए कि वह संगठन और संगठन से जड़े लोगों को नजरंदाज कर रहे हैं ।
पार्टी और पार्टी संगठन को पुश्तों और बरसों से सींचने वाले लोगों के सच्चा दर्द बयान करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कई चुनावों से चौपाल में पार्टी का जिन व्यक्तियों को कांग्रेस का टिकट दिया जाता रहा है वह जबरदस्ती थोपने वाली प्रथा है ।
उनका संगठन से दूर – दूर तक का कोई नाता रिश्ता नहीं होता न ही वह चौपाल के बारे , यहां के आवाम के दुख दर्द बारे वह कुछ जानते नही है। उन्होंने इसे बड़े दुर्भाग्य की बात करार दिया ।
उन्होंने कहा कि वह पार्टी की सच्ची सिपाही है और इसका उन्हे दर्द होता है कि चौपाल में बहुत तादात में कांग्रेस की जमीन से जुड़ा नेतृत्व होता था पार्टी के इस प्रकार के फैसलों से निष्क्रिय हो गया है ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पीईसी की बैठकों में प्रदेश के पार्टी नेता संगठन और तहजमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं का मजाक उड़ा रहे है।
उनका कहना है कि राजा वीरभद्र सिंह के बाद पार्टी संगठन की मर्यादा और भूमिका को भूल रही है। रिपना ने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को भी दरकिनार किया जा रहा है । जिन्होंने इस संगठन व कांग्रेस को लहू से सींचा है । उन्होंने कहा कि सियासत में टकराव पहले भी होता था परन्तु राजा वीरभद्र के समय में वरिष्ठ नेताओं को समान दिया जाता था ।
वर्तमान में उनका कहना है कि जिस तरह पीईसी की बैठक में टिकटों के बारे में चर्चा की गई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। छोटी उम्र 22 साल के लोगो का नाम पैनल में डिस्कस किया गया परन्तु जो कार्यकर्ता पिछले 20 -20 सालों से संगठन को अपना समय दे रहे है उन्हें सूची में शामिल तक नही किया ।
आज भी कई लोग ऐसे हैं जो दर्जनों केस न्यायालय में भुगत रहे हैं इसके बावजूद भी कांग्रेस ऐसे लोगों को टिकट देने को तैयार होती नजर आ रही है ।
पूर्व में चौपाल से पार्टी ने जितने भी लोगो को टिकट दिया है वह सिर्फ कांग्रेस की खिलाफ चुनाव लड़कर निर्दलीय विधायक बने दूसरी बार उन्हें कांग्रेस ने टिकट आवंटन किया तीसरी बार कोई भी उनमें से विधानसभा नही पहुच पाया ।
ऐसे लोगों ने कांग्रेस संगठन का भी सत्यनाश किया आज अब चौपाल के टिकट दिल्ली से बंटे रहे है।
जबकि चौपाल में पार्टी कार्यकर्ताओं की इसमें राय नही ली जा रही ।
ऐसे में संगठन की क्या जरूरत है। उन्होंने पूछा कि बैठक में जो टिकट डिस्कस किए गए हैं उनमें कितने लोग चौपाल के बारे में जानते हैं और संगठन में उनकी क्या भूमिका है ।
रिपना ने तलख तेवर करते हुए कहां है कि आज तक पार्टी ने चौपाल से कितनी महिलाओं को टिकट दिए है। क्या महिलाओं का आरक्षण सिर्फ भाषणो में है दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिमाचल प्रदेश में 10 फीसदी महिलाएं अभी तक लोकसभा और विधानसभा में नही पहुँच पाई।
उन्होंने पार्टी के प्रदेश में पार्टी हितेषी और निष्ठावान नेताओं से आग्रह भी किया है कि चौपाल विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की भलाई के लिए टिकट आबंटन प्रक्रिया में पार्टी संगठन को कार्यकर्ताओं की भावनाओं को अनदेखा न होने दे और इस विषय में और प्रदेश में अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी यदि कही इस तरह हो रहा है तो उसके विरुद्ध आवाज उठाए ।