दैनिक आवाज जनादेश – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सूर्य पुत्र शनिदेव की शरण में आने से बड़े से बड़े दुःख, कष्ट और रोगों से मिलती है मुक्ति : महंत जगन्नाथ पुरी।
कुरुक्षेत्र, 20 अगस्त : मारकंडा नदी के तट पर बने श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में नवग्रह मंदिर के साथ स्थित शनि शिला पर शनिवार को कनाडा से आए श्रद्धालुओं बलविंदर सिंह, हरजिंदर कौर तथा अलजिंदर कौर ने पूजन किया। इस मौके पर अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ कनाडा से आए श्रद्धालुओं शनि शिला पर तेलाभिषेक करवाया एवं सुख समृद्धि के लिए पूजन सम्पन्न करवाया। इस मौके पर भारी संख्या में अन्य श्रद्धालुओं ने भी पूजन किया एवं तेल व अन्य सामग्री अर्पित की। कनाडा से आए बलविंदर सिंह ने बताया कि वह लम्बे समय से यहां पूजन के लिए आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन उन्हें आज मौका मिला है। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि यहां पूजन की विशेष महत्ता है। यहां शनि देव नवग्रह मंदिर के साथ खुले में विराजमान हैं। यहाँ शनि देव अष्ट प्रहर धूप हो, आंधी, तूफान, सर्दी व गर्मी सभी मौसम में विराजमान हैं। दूर दूर से लोग पूजन के लिए आते हैं। यहाँ आकर शनि देव के दर्शन एवं पूजन का लाभ लेते हैं। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि सूर्य पुत्र शनिदेव की शरण में आने से बड़े से बड़े दुःख, कष्ट और रोगों से मुक्ति मिलती है। साथ ही शनि दोष या शनि के कारण होने वाली सभी तरह की परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए यहां पूजन का विशेष लाभ है।
तेल से शनिदेव का अभिषेक करने से वे तुरंत प्रसन्न हो जाते हैं। शनिवार पूजन के उपरांत कनाडा से आए श्रद्धालुओं ने पूजन के उपरांत प्रसाद वितरित किया। इस मौके पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी सीताराम, स्वामी अमर दास, प. मुकुल गोस्वामी, मयूर गिरि, बिल्लू पुजारी, भाना राम, देवराज, नाजर सिंह, सुक्खा सिंह, सिंदर सिंह इत्यादि भी मौजूद थे।
शनि शिला पर तेलाभिषेक एवं पूजन करते हुए कनाडा से आए श्रद्धालु।