जोगिंदर नगर। जतिन लटावा
जोगिन्दर नगर अस्पताल सफेद हाथी साबित हो रहा है युवा कांग्रेस प्रवक्ता अधिवक्ता अनिल कुमार ने जारी बयान में कहा कि सिविल अस्पताल जोगिंदर नगर में डॉक्टरों को लाने के लिए उन्होंने अन्य साथियों के साथ सड़क से न्यायालय तक कि लड़ाई लड़ी थी तब जाकर उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप से यहां डॉक्टरों की कमी को दूर किया था। लेकिन अब दोबारा स्थिति चिंताजनक बन गयी है।उन्होंने कहा कि अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टर न होने के कारण क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है और यह अस्पताल रैफरल अस्पताल बन गया है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दौड़ते हुए जोगिंदर नगर एथलीट सेंटर के एक खिलाड़ी गिर गया था, लेकिन यहां डॉक्टर न होने के कारण युवक को टांडा रैफर करना पड़ा। इतना ही नही गर्भवती महिलाओं सरकार की तरफ से मुफ्त इलाज से भी वंचित रहना पड़ता है। 8 मार्च को राज्यस्तरीय महिला कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यहां रेडियोलॉजिस्ट के पद को भरने की घोषणा की थी,लेकिन वह घोषणा सिर्फ कोरी घोषणा बनकर रह गई। अब तक यहाँ रेडिलोजिस्ट की नियुक्ति नही हो पाई है। जिस कारण गर्भवती महिलाओं को प्राइवेट लैब में एक्सरे सिटिसकैन करना पड़ता है इसके लिए युवा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता ने जमकर सरकार पर निशाना साधा है।
अनिल कुमार ने कहा कि हॉस्पिटल की बहुत बड़ी बिल्डिंग है पर जनरेटर की सुविधा तक नही है अल्ट्रासाउंड ईसीजी मशीन और ब्लड बैंक जैसी मूलभूत सुविधाओं से हॉस्पिटल वंचित है जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है
अधिवक्ता,अनिल कुमार