आवाज जनादेश/ शिमला
आवाज जनादेश मीडिया कंपनी के अध्यक्ष व तहसील कोटखाई के बागवान प्रदीप शर्मा ने चिंता जाहिर की है कि तहसील कोटखाई की सड़कों में पशुओं का जमावड़ा लोगों की फसलों को बर्बाद कर रहा है उन्होंने कहा है कि कोटखाई तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुुम्मा के गांव बागडा क्यारी कलवोग खलटूनाला आदि क्षेत्रों में इन दिनों आवारा पशुओं का कहर इतना बढ़ गया है कि किसान बागवान रात दिन अपने बगीचा से आवारा पशुओं को खदेेडने के लिए रात दिन जद्दोजहद कर रहे है,पशु कहां से आते हैं, इसका कोई पता नहीं है उन्होंने कहा की रातों-रात दर्जनों मवेशियों को सड़कों पर छोड़े जाता हैं। जिसकी शिकायत विभाग को भी की गई है।1100 के माध्यम से भी सरकार के ध्यान लाया गया है। उपरांत उसके भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए जारहे है। जिस कारण स्थानीय से बागवानी को भारी नुकसान पहुंच रहा है वहीं दूसरी तरफ इन आवारा पशुओं के इस कहर से सड़क दुर्घटनाओं की अशंका भी बढ़ गई है ठियोग हाटकोटी मार्ग पर दर्जनों आवारा पशु लोगों द्वारा छोड़े गए हैं जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है लोगों ने कई बार आग्रह है विभाग से भी किया कि टैक्सी इन पशुओं की के मालिक का भी पता लगाया जा सकता है लेकिन विभाग कुंभकरण की नींद में सोया पड़ा है और प्रशासन और सरकार पर इसका कोई असर नहीं है ऐसा प्रतीत होता है कि स्थानीय भगवानों की चिंता सरकार को नहीं है नहीं तो सरकार इस पर कड़ा संज्ञान लेती और इस तरह से सड़क पर छोड़ने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही कर दें लेकिन विभाग और सरकार द्वारा इस पर कोई भी ध्यान ना देना दुर्भाग्यपूर्ण है तथा बागवानों को वर्ष भर की अपनी मेहनत से हाथ धोना पड़ रहा है दर्जनों पशु फसल तबाह कर चुके हैं कई बार प्रशासन से बात करने के उपरांत भी इस पर कोई ठोस कार्यवाही न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि दावे बड़े-बड़े मंचों से जरूर किए गए हैं लेकिन आवारा पशुओं के लिए न तो कोई कड़ा संज्ञान लिया है न इन मवेशियों के रहने की व्यवस्था की गई है बागवान का कहना है कि सरकार इस पर शीघ्र संज्ञान ले और उचित कदम उठाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश करें ।